पटना साहिब लोकसभा सीट पर मतदान आम चुनाव के सातवें चरण में एक जून को होगा| यह सीट बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से है| पहले बिहार की राजधानी पटना में सिर्फ एक सीट हुआ करती थी, मगर 2008 में हुए परिसीमन के बाद इसे पटना साहिब और पाटलिपुत्र नाम की दो सीटों में बाँटा गया|
पटना साहिब लोकसभा सीट पर कितने हैं मतदाता
निर्वाचन आयोग के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनाव में पटना साहिब सीट में 21,46 ,008 मतदाता थे|
पटना साहिब लोकसभा सीट का इतिहास
परिसीमन के बाद अस्तित्व में आए इस सीट पर पहली बार लोकसभा चुनाव 2009 में हुआ था| तब भारतीय जनता पार्टी के शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस प्रतिद्वंदी शेखर सुमन को हराया था| वहीँ 2014 में शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस के कुणाल सिंह को दो लाख वोटों से ज़्यादा के अंतर से हराया था| बिहारी बाबू नाम से मशहूर सिन्हा को 55 प्रतिशत वोट मिले थे|
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के कद्दावर नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस की टिकट पर लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा को हराया था| प्रसाद को 61.81 प्रतिशत वोट मिले थे|
पटना लोकसभा सीट का इतिहास
जैसा की हमने आपको बताया, 2008 से पहले पटना की सिर्फ एक सीट हुआ करती थी| कांग्रेस के सारंगधर सिन्हा ने यह सीट 1957 में जीतकर यहाँ से पहले सांसद बने थे| उन्होंने भाकपा के राम अवतार शास्त्री को हराया था|
1962 में हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राम दुलारी सिन्हा ने जीता था| 1967 और 1971 में राम अवतार शास्त्री विजयी हुए थे|
साल 1977 में हुए आम चुनाव में कांग्रेस ३० साल के बाद सत्ता से बेदखल हो गई थी| भारतीय लोकदल के महामाया प्रसाद सिन्हा ने तत्कालीन सांसद राम अवतार शास्त्री को हराया था|
1980 में हुए लोकसभा चुनाव में राम अवतार शास्त्री के बार फिर जीतकर लोकसभा पहुँचे| कांग्रेस को आख़िरकार 24 साल बाद पटना में विजय प्राप्त हुई जब सी पी ठाकुर ने शास्त्री को हराया| हालाँकि अगले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने ठाकुर को हरा दिया|
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