Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: महायुति बनाम महा विकास अघाड़ी गठबंधन में होगी कांटे की टक्कर. कब है मतदान?

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महाराष्ट्र में आगामी लोकसभा चुनाव (Maharashtra Lok Sabha elections) बेहद दिलचस्प होने वाला है| प्रदेश के 48 सीटों पर इस बार 6 राजनीतिक दल अपना दावा ठोक रहे हैं| सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी- शिव सेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का महायुति गठबंधन का सीधा मुक़ाबला कांग्रेस-शिव सेना (उद्धव)- राकांपा(शरदचंद्र पवार) के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी अलायन्स से होगा|

Uttar Pradesh Lok Sabha elections 2024: यूपी की 80 सीटों पर होगा सभी सात चरणों में मतदान| पुरा शेड्यूल देखें

Maharashtra Lok Sabha elections 2024 polling date


निर्वाचन आयोग के द्वारा घोषित किए लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) की तारीखों के अनुसार महाराष्ट्र में मतदान सभी ५ चरणों में होगा| नीचे दिए गए लिस्ट में आप अपने लोक सभा क्षेत्र में होने वाले मतदान की तारिख का पता लगा सकते हैं|

अप्रैल 19
रामटेक (SC)
नागपुर
भंडारा-गोंदिया
गडचिरोली-चिमूर (ST)
चंद्रपुर

अप्रैल 26
बुलढाणा
अकोला
अमरावती (SC)
वर्धा
यवतमाल-वाशिम
हिंगोली
नांदेड़
परभणी

मई 7
रायगढ़
बारामती
ओस्मानाबाद
लातूर (SC)
सोलापुर (SC)
माधा
सांगली
सतारा
रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग
कोल्हापुर
हटकणंगले

मई 13
नंदुरबार (ST)
जलगाँव
रावेर
जलना
औरंगाबाद
मावल
पुणे
शिरूर
अहमदनगर
शिर्डी (SC)
बीड

मई 20
धुले
डिंडोरी (ST)
नासिक
कल्याण
पालघर (ST)
भिवंडी
ठाणे
मुंबई नार्थ
मुंबई नार्थ वेस्ट
मुंबई नार्थ ईस्ट
मुंबई नार्थ सेंट्रल
मुंबई साउथ सेंट्रल
मुंबई साउथ

पिछले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) में बीजेपी और अविभाजित शिव सेना ने साथ में चुनाव लड़ा था| जहाँ भाजपा को 23 सीटें वहीँ अविभाजित शिव सेना को 18 सीटें मिली थीं| कांग्रेस ने एक और अविभाजित राकांपा ने चार सीटें जीती थीं|

पांच साल बाद राज्य के राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं| शिव सेना और राकांपा दो हिस्सों में बँट चुकी है| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट को निर्वाचन आयोग असली शिव सेना मान चुका है वहीँ अजित पवार की राकांपा औपचारिक तौर पर पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह हासिल कर चुकी है|

लोक सभा चुनाव के परिणाम चार जून को घोषित होंगे| ऐसे में महाराष्ट्र में आम चुनाव के नतीजे साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी असर डालेंगे| पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और अविभाजित शिव सेना बहुमत पाने में सफल हुई थी| मगर रोटेशनल सीएम् के मुद्दे पर दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूट गया|

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व की शिव सेना ने कांग्रेस और शरद पवार की राकांपा के साथ ढाई साल सरकार चलाया था| किन्तु 2022 में एकनाथ शिंदे ने बगावत कर अपने साथ 38 शिव सेना विधायकों को अपने साथ लेकर उद्धव ठाकरे की पार्टी को तोड़ दिया| महा विकास अघाड़ी सरकार के अल्पमत में आने पर ठाकरे ने ट्रस्ट वोट से पहले ही इस्तीफ़ा दे दिया| शिंदे ने अपने साथी विधायकों और कुछ निर्दलीयों को बीजेपी के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली|

मगर पार्टी तोड़ने का मामला सिर्फ शिव सेना तक ही सीमित नहीं था| शरद पवार के भतीजे अजित ने 23 नवंबर 2019 की सुबह देवेंद्र फडणवीस के साथ शपथ लेकर खलबली मचा दी थी| हालाँकि तब शरद पवार ने पार्टी को टूटने से बचा लिया था और अजित पार्टी में वापस आ गए थे|

मगर पिछले साल अजित राकांपा को तोड़ने में सफल हुए और उपमुख्यमंत्री के तौर पर शिंदे-फडणवीस सरकार के साथ गठबंधन कर लिया|

यह देखना दिलचस्प होगा की 2022 से लेकर अब तक हुए राजनीतिक प्रयोग जनता के विश्वास को जीत पाए हैं या नहीं|

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